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Naya Tatkaal
शनिवार, 4 जून 2011
सूर्य और चन्द्र ग्रहण की कथा (झारखंडी लोककथा )
अभी कोई मेहमान दरवाजे पर घंटी बजा रिया है, बाद में टैप करता हूँ
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सूर्य और चन्द्र ग्रहण की कथा (झारखंडी लोककथा )
सूरज चाँद और तारे (झारखंडी लोक कथा )
मेरे बारे में
विजय ठाकुर
I was teaching English in India and then shifted to USA for Hindi teaching at University of Michigan and got involved into an accident where I got badly hurt, now back to home country I am not doing any regular job except translating now and then
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